लॉन टेनिस का ओपन एरा १९६९ में शुरू हुआ था। २०१९ में जब हमने ओपन एरा के ५० साल मनाये तो ये जानना भी जरुरी है कि खेल तबसे आज बहुत बदल चुका है। पिछले ५० साल में पुराने कीर्तिमान ध्वस्त हुए और नए बने, नए सितारे नज़र आये और इतिहास के सबसे बेहतरीन मैचों में से कुछ खेले गए। आज बात करते हैं पुरुष टेनिस में ओपन एरा के सबसे ऐतिहासिक ४ क्षणों की।
रॉड लेवर का कैलेंडर ग्रैंड स्लैम
जब ओपन एरा शुरू हुआ था तो रॉड लेवर दुनिया के नंबर १ खिलाडी थे। उन्होंने १९६२ में पुरुष सिंगल्स के ४ ग्रैंड स्लैम जीत रखे थे। जिस साल ओपन एरा शुरू हुआ उस साल रोखेंपटन राकेट ने अपना नाम इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया।
उन्होंने इतिहास लिखना घरेलु मैदान से शुरू किया और ऑस्ट्रेलियन ओपन का ख़िताब जीता, फिर पेरिस की लाल बजड़ी पर बादशाहत क़ायम की और फिर जीता विंबलडन जिसके बाद पहुंचे वो न्यूयॉर्क के विजेता बनने। ऐसे पूरा हुआ उनका कैलेंडर ग्रैंड स्लैम। ये एक ऐसा कीर्तिमान है जो आजतक कोई और नहीं कर पाया और ये कीर्तिमान बनाकर रॉड लेवर इतिहास के पन्नों में अमर हो गए।
पीट सम्प्रास ने ध्वस्त किया ग्रैंड स्लैम का ३३ साल पुराना कीर्तिमान
पिस्टल पीट के नाम से बाद में प्रसिद्द हुए सम्प्रास ने अपनी क्षमता तभी दिखा दी थी जब उन्होंने १९९० में विंबलडन का ख़िताब जीता था। तब वो किशोरावस्था में थे। बहुत से टेनिस पंडितों ने इस खिलाड़ी के लिए बहुत सी भविष्यवाणी की पर किसी ने शायद ही ये सोचा होगा कि अपने सन्यास के समय ये खिलाडी विश्व में सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने वाला खिलाड़ी बन जायेगा।
पीट १९९० के आसपास ग्रैंड स्लैम पर हावी रहे और फिर आया साल २०००, जब उन्होंने कुछ ऐसा किया जो किसी ने सोचा भी न था। सम्प्रास ने रॉय एमर्सन का सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने का ३३ साल पुराना कीर्तिमान बराबर किया। इससे पहले एमर्सन ने दुनिया में सबसे ज्यादा, १३ ग्रैंड स्लैम जीते थे और ये कीर्तिमान उन्होंने १९६७ में बनाया था। सम्प्रास ने आगे जाकर एक और ग्रैंडस्लैम अपने नाम किया और जब संन्यास लिया तो वो सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीत चुके थे।
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फेडरर ने तोड़ा सम्प्रास के कीर्तिमान
सम्प्रास ने जब सन्यास लिया तो उनके नाम टेनिस के दो महान कीर्तिमान थे- एक १४ ग्रैंड स्लैम का और दूसरा २८६ सप्ताह तक विश्व नंबर एक रहने का। बहुत से टेनिस पंडितों का मानना था कि ये दोनों कीर्तिमान कभी टूटेंगे ही नहीं। पर खेल में नए सितारों का आना जाना लगा रहा है और जिस समय सम्प्रास सन्यास के आसपास थे उसी समय आने वाले समय के सबसे बड़े खिलाड़ी फेडरर टेनिस में अपना नाम बनाने की शुरुआत कर रहे थे। फेडरर ने सम्प्रास को देखकर टेनिस खेलना शुरू किया था।
फेडरर ने सम्प्रास को विंबलडन २००१ में हरा दिया, वो एकमात्र मौका था जब दोनों आमने सामने आये थे। २००९ में इस स्विस खिलाड़ी ने सम्प्रास का सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने का कीर्तिमान, जो अभी ९ साल का ही हुआ था, तोड़ दिया। २०१२ में फेडरर ने सम्प्रास का सबसे ज्यादा सप्ताह विश्व नंबर १ रहने का कीर्तिमान ध्वस्त कर दिया। दस साल से थोड़े ज्यादा में ही सम्प्रास के दोनों कीर्तिमान बदल दिए गए थे और फेडरर दुनिया के पहले खिलाड़ी बने जो ३०० सप्ताह तक विश्व नंबर १ रहे। और फिर खेल पंडित खेल के महानतम खिलाड़ी की चर्चा को नए आंकड़े देने लगे।
राफ़ेल नडाल का ला डेसिमा, रोलां गैरों २०१७ में
राफ़ेल नडाल और रोलां गैरों की मोहब्बत एक टेनिस खिलाड़ी और एक सतह की मोहब्बत की सबसे हसीं दास्ताँ है। ये जुगलबंदी शायद स्वर्ग से ही बनके आयी थी। २०१७ में नडाल ने टेनिस की दुनिया का नया इतिहास रचा जब उन्होंने एक सिंगल्स ग्रैंड स्लैम को १० बार जीतने का कीर्तिमान बनाया। उन्होंने एक ग्रैंड स्लैम के १० ख़िताब जीतने का कीर्तिमान बनाया। नडाल ने ये पेरिस के धीमी लाल बजड़ी पर ये उपलब्धि प्राप्त की जहाँ खेलना मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत थका देता है।
राफ़ेल ने अपना पहला फ्रेंच ओपन अपने पहले ही बार में २००५ में जीता था और फिर २००८ तक लगातार जीतते रहे। उन्होंने फिलिप चैटरियर कोर्ट पर फिर २०१० से २०१४ तक बादशाहत क़ायम की। और फिर २०१७ से वो जीते आ रहे हैं ये प्रतिष्ठित टूर्नामेंट और अब तक १२ बार ट्रॉफी जीत चुके हैं। टेनिस के पंडितों की ये भविष्यवाणी है कि नडाल सन्यास के पहले १५ फ्रेंच ओपन ख़िताब जीत सकते हैं।