नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बेहतरीन खिलाड़ी और वनड़े टीम की कप्तान मिताली राज ने वैसे तो अपनी सूज बुज से भारतीय टीम को कई मैच जीताए है।
उन्होंने अपनी बेहतरीन कप्तानी के चलते दो बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विश्व कप के फाइनल मैच तक पहुंचाया है। लेकिन असल में मिताली राज खुले विचारों की है। उन्होंने के शो में बताया कि वे क्रिकेटर नहीं बल्कि डांसर बनना चाहती थी। मिताली बताती है कि वे पिता की वजह से क्रिकेटर बनी। उनके पिता चाहते थे कि वे क्रिकेटर बने लेकिन उनकी मां चाहती थी कि वे बेहतरीन डांसर बने।
मिताली ने आगे बताते हुए कहा कि वे क्रिकेट खेलने से काफी पहले से वे डांस करती थी और उनको डांस करना पसंद था। लेकिन उनकी जिंदगी में क्रिकेट खेलना लिखा था जिस वजह से वे क्रिकेटर बनी। उन्होंने , कहा कि उनके माता पिता ने उनके लिए बहुत संघर्ष किया है।
साउथ इंडिया के परिवार से आने के कारण क्रिकेट उनके परिवार में कही भी नहीं था। परिवार के किसी भी सदस्य ने क्रिकेट नहीं खेला था। लेकिन जब मिताली ने क्रिकेट को बतौर करियर अपनाया तो लोगों ने खूब उनका मजाक उड़ाया। उन्होंने बताया कि उनके दादा-दादी लड़को के साथ उनका क्रिकेट खेलना पसंद नहीं करते थे। लेकिन सब चुनौतियों को पार करके मिताली राज ने ये मुकाम हासिल किया और आज मिताली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान है।