नई दिल्ली। अनजान लातवियाई खिलाड़ी जेलेना ओस्तापेंको ने फ्रेंच ओपन में खिताब की प्रबल दावेदार सिमोना हालेप को शिकस्त देकर लाल बजरी की नई क्वीन बन गई। गुरुवार को अपना 20 जन्मदिवस मनाने वाली दुनिया की 47वें नंबर की खिलाड़ी ओस्तापेंको ने फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त हालेप को तीन सेट तक चले फाइनल मैच में 4-6, 6-4, 6-3 से मात दी।
इसके साथ ही ओस्तापेंको फ्रेंच ओपन के इतिहास में सबसे कम रैंकिंग की चैंपियन भी बन गईं। यही नहीं ओस्तापैंको ग्रैंडस्लैम जीतने वाली देश की पहली टेनिस खिलाड़ी बन गईं। यह खिलाड़ी इससे पहले कभी भी ग्रैंडस्लैम के तीसरे दौर से आगे नहीं बढ़ सकी थीं।
अपना पहला और चालीस साल बाद अपने देश के लिए ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनने का सिमोना का सपना टूट गया। सिमोना को 2014 मे भी यहां हार मिली थी। अब तक सिर्फ दो रोमानियाई खिलाड़ी इली नस्तासे और वर्जीनिया रुजीसी ही ग्रैंडस्लैम का खिताब जीत पाए हैं।