आज बात करते हैं क्रिकेट के इतिहास के सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैच की। टेस्ट क्रिकेट मैच के इतिहास में ऐसे बहुत सारे मैच हैं जो रोमांचक होने के साथ-साथ काफी प्रसिद्ध भी हुए। ये टेस्ट मैच ऐसे होते हैं जिनके बारे में अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि जीत किसकी होगी और यदि अंदाजा लगा भी लिया जाता है तो वह गलत साबित होता है। टेस्ट क्रिकेट में ऐसा रोमांचित मैच कभी-कभी ही देखने को मिलता है जिसमें आखरी बॉल पर टीम की हार या जीत टिकी होती है। यहाँ हैं पेश-ए-ख़िदमत क्रिकेट के इतिहास के तीन सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैच।
2011 में भारत VS वेस्टइंडीज (मुंबई)
यह दिलचस्प मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2011 में मुंबई में खेला गया था। इस मैच में वेस्टइंडीज ने 590 रनों का स्कोर बनाया था। भारत की ओर से अश्विन ने 156 रन देकर 5 विकेट हासिल किए थे। भारत की बल्लेबाजी की बारी आई तो अश्विन ने उसमें 103 रन बनाए तथा भारत ने टोटल रन 482 बनाएं।
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दूसरी पारी में वेस्टइंडीज की पूरी टीम का प्रदर्शन काफ़ी निराशाजनक रहा और सारी टीम केवल 134 रन बनाकर आउट हो गई। किसी भी बल्लेबाज़ ने 50 रन का अर्धशतक भी नहीं बनाया था। ब्रावो ने सबसे अधिक रन बनाए थे जो केवल 48 थे। भारतीय टीम के पास जीतने के लिए 243 रनों का लक्ष्य था। परंतु सारी इंडियन टीम मात्र 242 रन बनाकर आउट हो गई थी। अंततः यह मैच इन दोनों के बीच ड्रॉ हो गया था और जुड़ा सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैचों की फेहरिस्त में।
2013 में भारत VS दक्षिण अफ्रीका (जोहांसबर्ग)
यह टेस्ट मैच भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2013 में जोहांसबर्ग में खेला गया था। इंडियन टीम के कप्तान धोनी ने पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। जिसमें विराट कोहली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 119 रनों की पारी खेली और भारतीय टीम का 280 का स्कोर बन गया। इसके बाद जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 244 रन बनाए। भारतीय टीम इस समय 36 रन से आगे चल रही थी।
दूसरी पारी में कोहली अपना शतक पूरा नहीं कर सके और वह 96 रन पर आउट हो गए। इस मैच में चेतेश्वर पुजारा ने 153 रनों की पारी खेली और वह नाबाद रहे। भारतीय टीम 421 रन पर आउट हो गई थी। साउथ अफ्रीका के सामने अब 458 रनों का लक्ष्य था जिसको उन्हें 136 ओवरो में बनाना था।
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शुरुआत में ग्रीम स्मिथ और पीटरसन ने 108 रन की साझेदारी की परंतु साउथ अफ्रीका के विकेट बहुत जल्दी-जल्दी गिरने लगे जिसके कारण ऐसा लग रहा था कि दक्षिण अफ्रीका की हार निश्चित है। लेकिन एबीडी विलियर्स और डुप्लेसिस ने एक शानदार पारी खेली जिसके कारण मैच ड्रॉ रहा और जुड़ा सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैचों की फेहरिस्त में।
2013 में इंग्लैंड VS न्यूजीलैंड (ऑकलैंड)
2013 में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया यह टेस्ट मैच ऑकलैंड में हुआ था। इस मैच में पहले बल्लेबाजी न्यूजीलैंड ने की थी। जिसमें न्यूजीलैंड की टीम 443 रन बनाने के बाद आउट हो गई थी। फिर जब इंग्लैंड की बल्लेबाजी की बारी आई तो इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और जिसकी वजह से इनके विकेट बहुत तेज़ी से गिरने लगे। इंग्लैंड इसमें केवल 204 रन ही जुटा सका और मैट प्रायर ने 73 रनों की पारी खेली।
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दूसरी पारी में मैकुलम ने फिर बैटिंग का निर्णय लिया जिसमें कप्तान ब्रैंडन मैकुलम ने 67 रन बनाए। फुलटन ने 110 रन की पारी खेली और न्यूजीलैंड ने इस बार 241 रन बनाए जिसमें उनके 6 विकेट गिरे थे। अब इंग्लैंड को बल्लेबाजी करनी थी। लेकिन इंग्लैंड टीम के 237 रन ही बने और 7 विकेट गिर गई थी। अब सिर्फ 33 ओवरों का मैच बचा था। ऐसा लग रहा था कि न्यूजीलैंड की जीत होगी लेकिन आखिर में यह मैच ड्रॉ रहा था और जुड़ा सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैचों की फेहरिस्त में।
तो ये थे क्रिकेट के इतिहास के तीन सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैच। अगर आपको भी ऐसा कोई टेस्ट याद आता है जो क्रिकेट के इतिहास के तीन सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैचों की सूची में होना चाहिए, तो लिखिए हमें कमेंट्स में।
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— SportsCrunch (@SportsCrunch) June 23, 2020