महान भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का जन्मदिन है आज। 12 साल हो गए उनके क्रिकेट को खिलाड़ी के तौर पर अलविदा किये हुए पर वो बेहतरीन कवर ड्राइव, लॉन्ग ऑन पर वो शानदार छक्के और जीत का गरजदार जश्न-याद तो होगा ही ये हर क्रिकेट प्रेमी को। भारतीय क्रिकेट को स्पॉट-फिक्सिंग के दौर से निकालना और खेल के बेहतरीन मुक़ाम दिखाना, ये सब तो किया था इस महान खिलाड़ी ने। तो आज सौरव गांगुली का जन्मदिन मनाते हैं उनके करियर के कुछ पलों पर वापस जाकर।
टेस्ट डेब्यू लॉर्ड्स पर
सौरव गांगुली का जन्मदिन है तो शुरू करते हैं उनके क्रिकेट में आने की कहानी से। टॉप क्वालिटी इंग्लिश बॉलिंग के ख़िलाफ़ लॉर्ड्स पर टेस्ट डेब्यू के समय क्रिकेट पंडितों से सोचा होगा कि इस 24 साल के खिलाड़ी का करियर दबाव में बिखर जायेगा। पर उस मैच ने वो देखा जो आगे सौरव के करियर की कहानी लिख गया और खेल प्रेमियों ने एक ऐसा खिलाड़ी देखा जो इरादे और आक्रामकता के साथ क्रिकेट करियर में आया था। फिर कोई इस करियर के जल्दी ख़त्म होने का सोचता भी तो कैसे।
सौरव ने उस मैच में शतक बनाया और अपने डेब्यू टेस्ट में शतक बनाने वाले कुछेक खिलाड़ियों में से एक बने। सौरव गांगुली का जन्मदिन का अंक इस याद के बिना अधूरा है।
एक रोचक तथ्य ये भी है कि इस मैच में एक और खिलाड़ी ने टेस्ट डेब्यू किया था और वो भी टेस्ट क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में आये। वो खिलाड़ी थे सौरव के दोस्त और उनके कप्तानी के दौर के काफ़ी सालों तक उनके उपकप्तान राहुल द्रविड़। ये था 20 जून 1996 को लॉर्ड्स में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ का टेस्ट, जिसने दो महान करियर शुरू किये भारतीय क्रिकेट के।
6 साल बाद लॉर्ड्स पर फिरसे गर्जन
सौरव गांगुली का जन्मदिन है तो बात करते हैं एक बेहतरीन जीत और उससे जुड़े विवाद की । बात लॉर्ड्स पर ही एक विवाद की। 6 साल ही बीते होंगे, लॉर्ड्स का ही मैदान था जिसके बालकनी में दादा अपने जर्सी को लहराते देखे गए। खेल प्रेमियों ने उस क्षण को खेल भावना के विरुद्ध माना था पर ये मुंबई में भारत को हराने के के बाद के फ्लिंटॉफ के जर्सी उतार कर जश्न मनाने का बदला था।
वो जर्सी लहराना कोई जश्न नहीं था, बल्कि एक चेतावनी थी विश्व को भारत की, कि भारत बदला लेना का माद्दा भी रखता है तो उलझने से बचें। मौका था भारत का इंग्लैंड को एक बेहद कठिन मुक़ाबले में लॉर्ड्स के मैदान पर हराने का। भारत ने नेटवेस्ट ट्रॉफी जीती थी फ़ाइनल में 325 रनों का विशाल लक्ष्य भेद कर। और वो भी 146 रनों पर 5 विकेट खोने के बाद। ये क्रिकेट के किसी भी टीम की मैच में वापसी और जीत की गाथाओं में से एक है।
ये जुलाई 13 का दिन था, सौरव गांगुली का जन्मदिन 8 जुलाई को होता है – जन्मदिन का रीटर्न गिफ्ट देश के खेल प्रेमियों को था ये। सौरव की कप्तानी ने ही भारत को युवराज सिंह, मो. कैफ़, हरभजन सिंह जैसे बेहतरीन खिलाड़ी दिए और इन सबसे जुड़ी कितनी सारी बेहतरीन यादें हैं भारतीय क्रिकेट की। सौरव गांगुली का जन्मदिन है और ये उनके खेल में बेहतरीन वापसी की बात।
ग्रेग चैपल से खट्टा मीठा
भारतीय क्रिकेट के इस दादा ने काफ़ी सारी ऐसी यादें दी हैं जो आप और हम भुला नहीं सकते। जैसे बीस साल के अंतराल के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को उसके पहले विश्व कप फाइनल में ले जाना। और युवा खिलाड़ियों को मैच विनर बनने तक समर्थन देना, उन्हें तैयार करना। पर उनका करियर विवादों से भरा रहा है। जैसे भारतीय कोच ग्रेग चैपल से उनका विवाद।
ये विवाद खेल के सबसे बदनाम विवादों में से एक है। और इसने ना केवल उन्हें कप्तानी से अलग किया, बल्कि टीम से बाहर का रास्ता भी दिखाया। और तो और बाद में टेस्ट कप्तानी भी छीनी इस विवाद ने उनसे। हालाँकि उन्हें टीम में वापस बुलाया गया इसी साल में पर उसके बाद 2007 का विश्व कप खेला भारत ने, जहाँ भारतीय टीम के आंतरिक मतभेद के कारण भारत ने बेहद ख़राब प्रदर्शन किया।
पर इन सबके बावजूद वो 2007 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में एक थे। उसके पहले वो दक्षिण अफ्रीका के दौरे के लिए भारतीय टीम में वापस आये थे और बेहद दमदार वापसी थी इस खिलाड़ी की। इतनी कि खेल में वापसी के लिए उनके जज़्बे को याद किया जाता है, उनसे खिलाड़ी सीखते हैं।
सन्यास और क्रिकेट खेल प्रबंधन से जुड़ाव
विश्व कप के एक साल बाद यानि कि 2008 में उन्होंने क्रिकेट खेल को अलविदा कहा पर क्रिकेट से दूर नहीं हुए। सौरव गांगुली आज भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष हैं और इससे पहले ना केवल क्रिकेट सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे हैं बल्कि और भी कई क्रिकेट से जुड़ी सेवाओं से जुड़े रहे हैं। इससे पहले वो बंगाल क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं वो पश्चिम बंगाल में क्रिकेट को मॉनिटर करती है।
तो देश के और बंगाल के प्रिय सौरव गांगुली का जन्मदिन विशेषांक यहीं पर ख़त्म करते हैं, 48 साल का ये खिलाड़ी प्रेरणाश्रोत रहा है दुनिया भर के क्रिकेट खिलाड़ियों का। जन्मदिन की शुभकामनायें, दादा- सप्रेम, स्पोर्ट्सक्रंच परिवार। सौरव गांगुली का जन्मदिन विशेषांक आपको कैसा लगा ये लिखना ना भूलें। स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें।
#स्पोर्ट्सक्रंच: आज आपको लेकर चलते हैं क्रिकेट के उन यादगार कैचों तक, ऐसे कैच जिन्होंने सबको सकते में ला दिया था:https://t.co/OAzc9lvEZY
— SportsCrunch (@SportsCrunch) May 18, 2020